मैंने ने दो मछलिया पाली....एक जेरी ..दूसरी फेरी...... सफाई करते हुए माँ ने मछलियों का pot फोड़ दिया...माँ ने भी नहीं सोचा होगा कि इसकी खबर मीडिया को हों जाएगी और यह न्यूज़ मछलियों तक भी पहुँच जाएगी....
आज मेरे बाबूजी मतलब दादाजी का जन्मदिन है...........मैंने उनके लिए एक कार्ड बनाया.....और कोई गिफ्ट तो मई नहीं ला पाई.....लेकिन इतने सारे दोस्त गिफ्ट लेकर मेरे बाबूजी के जन्मदिन में आये है..... happy birthday babuji......
आप सब सोच रहे होंगे कि यह कविता मैंने क्यों लिखी है.....यह मैंने अपने भाई के लिया लिखी है...और उसके लिया एक प्यारा-सा कार्ड भी बनाया है....आप सब कार्ड देख कर बताइए कि इसमें कौन-कौन है....