Wednesday, 14 January 2009

फूल


धीरे - धीरे मैं बढ़ा....

बढ़ कर बङा फूल बना.....

2 comments:

विजय तिवारी " किसलय " said...

सुंदर पंक्ति=सुंदर चित्र , सुंदर प्रस्तुति रश्मि जी..
-विजय

के सी said...

सच है
मुझे पसंद