Thursday 29 July 2010

सरस पायस की गुनगुन

सरस  पायस  के  रवि  अंकल  ने  गुनगुन  के  लिए  कुछ  बहुत  ही  अच्छा  लिखा  है .....आप  सब  भी  मजा  लीजिये ........


गुनगुन करती आई गुनगुन : सरस चर्चा ( 7 )


2 comments:

रंजन (Ranjan) said...

बहुत प्यारी है..

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत सुन्दर प्यारी सी!
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इसकी चर्चा यहाँ भी है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/07/9.html