Sunday, 25 July 2010

Welcome to Gungun on my Blog


मैं इतने दिनों से कहाँ थी आप लोग यही सोच रहे होंगे न....दरअसल मेरी यहाँ 14.07.2010.को गुनगुन आई है मैं उसी का इंतजार कर रही थी, माँ जब गुनगुन को लेकर आई तो मैंने उसके लिए एक कार्ड बनाया... इसमें मैं गुनगुन को झुला झुला रही हू....कैसा है...? 

7 comments:

Udan Tashtari said...

सुन्दर कार्ड!

रंजन (Ranjan) said...

sundar :)

rashmi pandey said...

arre waah chulbul ki gungun toh badi pyari hai. aur usi ki tarah pyara card v hai. gud babu.keep it up.

swayambara said...

bahut sundar card hai..kyonki ise didi ne banaya hai...hai na

Smart Indian said...

बहुत बढिया! बधाई!

Akshitaa (Pakhi) said...

बहुत सुन्दर है ये तो..बधाई.
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'पाखी की दुनिया ' में बारिश और रेनकोट...Rain-Rain go away..

रावेंद्रकुमार रवि said...

गुनगुन आई, सावन आया!
सावन में झूला डलवाया!
जब झूले में झूली गुनगुन,
झूला मेरे मन को भाया!